NOT KNOWN DETAILS ABOUT WHAT TO DO FOR SUCCESS IN HINDI

Not known Details About what to do for success in Hindi

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पंचतंत्र की कहानी: ऊंट के गले में घंटी

हिंदी कहानियों का बहुत ही सुंदर कलेक्शन

वह बार-बार सोचता कि नीचे कूद जाऊ और अपने दोस्तों से जा मिलु परन्तु उसे पेंड का मोह अपनी ओर खींचने लगता, आम रोजाना इसी सोंच में डूबा रहता।

एक वृद्धा थी, शारीरिक रूप से इतना वृद्ध हो जाने के बाद भी बोझा ढोने जैसे काम उसे करनी पड़ती थी। बेचारी क्या करती पेट पालने के लिए शायद उसके पास कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था। आज भी वह सड़क के किनारे इसी आशा में खंडी थी की कोई बोझा को उठाने में उसकी मदद कर दे। 

जब गाँधी को इस बात का पता चला तो उन्हें आनंद जी की यह बात बहुत बुरी लगी.

प्रोफ़ेसर भले व्यक्ति थे. उन्होंने उस छात्र को शाम को अपने घर पर बुलवाया.

इस तरह व्यक्ति चलते-चलते आखिर महर्षि रमण के आश्रम में पहुंच गया। महर्षि जी अपनी पूजा पाठ और ध्यान के लिए तैयार हो ही रहे थे। व्यक्ति वहां पहुंच कर महर्षि का अभिवादन किया और वहीँ उनके पास बैठ गया

बात उन दिनों की है जब गाँधीजी अल्फ्रेड हाईस्कूल में अपनी आरंभिक शिक्षा ग्रहण कर रहे थे.

यह कहानी अवश्य पढ़े : महात्मा गाँधी जी की शिक्षा

एक समय की बात है, गुरूजी अपने शिष्यों को ज्ञान की बातें बता रहे थे, और उनकी समस्याओं और प्रश्नो का जवाब (हल) भी दे रहें थे। जब लगा की शिष्यों की शिक्षा पूरी हो गयी तब गुरूजी ने सभी शिष्यों से कहां – शिष्यों अगर आप के मन में अभी भी कोई शंका या प्रश्न हो तो मुझसे पूछ सकते हो। 

गाँधी जी सबसे पहले मिठाई पड़ोस में रहने वाले सफाई कर्मी को देने लगे.

“Once i was 40 a long time old, my wife died of a uncommon liver ailment. She was 34. At enough time, we had a ten-year-previous daughter website and I had been the co-proprietor of the silkscreen organization in San Francisco. Immediately after her death, I noticed there was one thing even larger I required to do in my life, but experienced no clue what. So, I offered my fifty percent from the small business to my lover and waited for steerage to know what to do upcoming. My spouse experienced an incredible humorousness and, Even though there were many tears during the three years of her terminal ailment, there was a great deal of laughter.

प्रोफ़ेसर ने पहले ही दिन उस छात्र को नोटिस कर लिया, लेकिन कुछ नहीं बोले. लेकिन जब ४-५ दिन तक ऐसा ही चला, तो उन्होंने उस छात्र को क्लास के बाद अपने केबिन में बुलवाया और पूछा, “तुम हर समय उदास रहते हो.

बड़ा आदमी बनने की सीख प्रेरक प्रसंग – ज्ञानवर्धक प्रेरणादायक हिंदी कहानी

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